
कई घंटों से डॉक्टर साहब रहे गायब
मरीज इलाज के लिये तड़पता रहा
अररिया(रंजीत ठाकुर): नरपतगंज प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतगंज में कई घंटों तक डॉक्टर अस्पताल से गायब रहे।इलाज के लिए मरीज तड़पता रहा। मीडिया कर्मी व जनप्रतिनिधि के सूचना पर घंटों बाद अन्य डॉक्टर ने आकर मरीजों का किया इलाज। बताते चलें कि आज गुरुवार दिन के समय करीब 2:00 बजे समाचार संकलन के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतगंज जब पहुंचा तो देखा कि कई जख्मी मरीज इलाज के लिए तड़प रहा है। मरीज को तड़पते देख जब डॉक्टर साहब का खोजबीन किया गया तो, उपस्थित कंपाउंडर ने कहा डॉक्टर साहब अभी नहीं है । पूछा गया कि डॉक्टर साहब कहां गए हैं तो उन्होंने कहा प्रभारी डॉक्टर से इस संबंध में जानकारी ले सकतें है।
तत्पश्चात प्रभारी डॉ कुमार मारकंडे को मोबाइल फोन के माध्यम से अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने की बात पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हम अभी क्षेत्र में है। अस्पताल में कोई डॉक्टर साहब होंगे, जब उन्हें यह कहा गया कि कोई डॉक्टर उपस्थित नहीं है, तो उन्होंने बताया कि हम फोन करते हैं। जब उनसे यह पूछा गया कि अभी किस डॉक्टर साहब का ड्यूटी है तो उन्होंने बताने से इनकार किया। कुल मिलाकर देखा जाए तो सरकार जितने भी वादे कर लें परंतु सरकारी विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।
जबकि बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बड़े-बड़े वादे आम आवाम से करते आ रहे हैं, लेकिन सर जमीन पर इस तरह की कोई चीज देखने के लिए नहीं मिल रहा है।कहीं अस्पताल में डॉक्टर नहीं हैँ, तो कहीं डॉक्टर हैं, तो दवाई नहीं है। यहां तक कि सरकारी डॉक्टर अपने निजी क्लीनिक में व्यस्त दिखे जाते हैं। जिस कारण सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई नजर आती है।
क्या कहते हैं नरपतगंज नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद प्रतिनिधि दीपक कुमार पासवान-
इस बाबत उपमुख्य पार्षद प्रतिनिधि श्री पासवान ने कहा नरपतगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति बद से बदतर हो गया है। कोई डॉक्टर या पदाधिकारी समय पर अस्पताल में नहीं रहते हैं। अभी प्रभारी डॉ कुमार मारकंडे से हमारी बात हुई है। उन्होंने बताया हम अभी अस्पताल से बाहर हैं। आते हैं देख लेते हैं। उन्होंने कहा अस्पताल के संबंध में हम लोग सरकार और वरीय पदाधिकारी को आवेदन लिखेंगे साथ ही नगर पंचायत की बैठक में इस मामले को रखेंगे तथा सभी भ्रष्ट पदाधिकारी के ऊपर विभाग को लिखित आवेदन भेज कर जांच करवाएंगे।